विलयन क्या है ? | विलयन के प्रकार क्या है || What Is Solution? | Type Of Solution
विलयन (Solution)---
विलयन अर्थात मिश्रण यह मिश्रण दो या दो से अधिक पदार्थों के समांगी मिश्रण को 'विलयन' कहते हैं। विलयन का संघटन कुछ सीमाओं तक परिवर्तित किया जा सकता है। जिन पदार्थों के समांगी मिश्रण विलयन बनाते हैं, उन्हें घटक कहते हैं। इन्हीं घटकों की संख्या के आधार पर विलयन क्रमश: द्विअंगी, त्रिअंगी तथा चतु:अंगी होते हैं। सामान्य तौर पर द्विअंगी विलयन अधिक प्रचलित तथा मान्य हैं।
द्विअंगी विलयन में जो भी घटक कम मात्रा में उपस्थित होता है, उसे 'विलेय' कहते हैं। तथा जो घटक अधिक मात्रा में उपस्थित होता है, उसे 'विलायक' कहते हैं। अन्य शब्दों में हम कह सकते है कि, जो पदार्थ घुलता है, उसे विलेय तथा जो पदार्थ विलेय को घोलता है, उसे विलायक कहते हैं।
उदाहरण–
विलयन के प्रकार (Type Of Solution)---
विलेय एवं विलायक की भौतिक अवस्था के आधार पर विलयन तीन प्रकार के होते हैं
1- गैसीय विलय
2- द्रव विलय
3- ठोस विलयन
सान्द्रता के आधार पर विलयन के प्रकार–-
सान्द्रता के आधार पर विलयन निम्न प्रकार के होते हैं–
1. सान्द्र विलयन–
ऐसे विलयन जिनमें विलेय की मात्रा अत्यधिक होती है, सान्द्र विलयन कहलाते हैं।
2. तनु विलयन–
ऐसे विलयन जिनमें विलेय की विलेय की मात्रा अत्यंत कम होती है, तनु विलयन कहलाते हैं।
3. संतृप्त विलयन–
ऐसे विलयन जिनमें निश्चित ताप पर विलेय की और अधिक मात्रा नहीं घोली जा सकती, संतृप्त विलयन कहलाते हैं। इनमें विलेय, विलायक के साथ साम्य में होता है।
4. असंतृप्त विलयन–
ऐसे विलयन जिनमें निश्चित ताप पर विलेय की और अधिक मात्रा घोली जा सकती है, असंतृप्त विलयन कहलाते हैं।
5. अतिअसंतृप्त विलयन-
ऐसे विलयन जिनमें विलेय पदार्थों की और अधिक मात्रा घोली जा सकती है, अतिअसंतृप्त विलयन कहलाते हैं।
(आशा है, उपरोक्त जानकारी आपके लिए उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
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