डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जीवन परिचय, Dr. APJ Abdul Kalam Biography

Dr. APJ Abdul Kalam जीवन परिचय(Biography), शिक्षा, करियर, पुरस्कार, किताबें

“ सपने वो नहीं है जो आप नींद में देखें, सपने वो हैं जो आपको नींद ही नहीं आने दे।”
अब्दुल कलाम
(डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जी के प्रसिद्द कथन)

Dr. APJ Abdul Kalam jivan Parichay 

आज हम डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे उनके प्रारंभिक जीवन तथा शिक्षा कैरियर तथा विभिन्न क्षेत्रों में प्रदान किए गए उनके पुरस्कारों तथा उनके द्वारा लिखी गई श्रेष्ठ पुस्तकों के विषय में विस्तृत रूप में चर्चा करेंगे यह सब देखने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें ।  






A.P.J. Abdul Kalam Biography in Hindi --

अब्दुल कलाम साहब ने अपने जीवन में कई ऐसे कार्य किये हैं जिसके कारण सभी धर्मों और सम्प्रदायों के लोग आज भी उनको बड़े आदर से याद करते हैं। कलाम जी द्वारा लिखी गयी किताबें आज भी लोगों और युवाओं के लिए मार्गदर्शन का कार्य करतीं हैं।
भारत रत्न एपीजे अब्दुल कलाम एक महान राजनीतिज्ञ एवं वैज्ञानिक थे। उनकी उपलब्धियां प्रत्येक क्षेत्र में थी।
भारतीय परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में अहम किरदार निभाने वाले अब्दुल कलाम जी को “भारत का मिसाइल मैन“ भी कहा जाता है। , इन्हें परमाणु हथियार(Atomic Weapons) कार्यक्रमों में सम्मिलित होने कारण डॉ अब्दुल कलाम जी को भारत का सर्वाेच्च नागरिक पुरस्कार भी दिया गया था। हालांकि अब वो हमारे बीच नहीं रहे। लेकिन आज भी भारत देश उनके द्वारा किये गए कार्यों, तथा इनके योगदान और राष्ट्रपति के रूप में उनके कार्यकाल को हमेशा याद रखेगा। उनका व्यक्तित्व लोकप्रिय था। वह सबके दिलों पर राज करते थे।




एपीजे अब्दुल कलाम प्रारंभिक जीवन --


डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी का जन्म तमिलनाडु में रामेश्वरम में हुआ था। इनका जन्म एक साधारण तमिल मुस्लिम परिवार में 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था। तथा इनके पिता का नाम जैनलाब्दीन था । उनके पिता कलाम पेशे से नावों को किराये पर देने और बेचने का काम करते थे। अब्दुल कलाम जी के पिता पढ़े-लिखे नहीं थे ,पर उनके विचार तथा उनकी सोच एक अलग ही शिखर पर थी जो कि आम लोगों के सोच से कहीं ऊपर थी। वह उच्च विचारों के धनी तथा श्रेष्ठ व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे। इनकी मां का नाम असीम्मा था जो एक घरेलू गृहिणी थी। कलाम जी अपने माता-पिता से बहुत अधिक लगाव रखते थे। उनकी छोटी बड़ी सभी बातों का ध्यान रखते थे तथा अपने भाई बहनों से बहुत स्नेह करते थे।




डॉ. अब्दुल कलाम जी कुल पांच भाई - बहन थे जिसमें से तीन बड़े भाई और एक बड़ी बहन थी। जब अब्दुल कलाम जी का जन्म हुआ था, उस समय इनका परिवार गरीबी तथा विकट परिस्थितियों से जूझ रहा था। अपने परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने छोटी सी उम्र में ही अखबार बेचने का काम शुरू कर दिया था। कलाम जी स्कूल के दिनों में पढ़ाई में सामान्य थे , परन्तु नई - नई चीजों को सीखने समझने के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। उनकी एक खास आदत थी वह घंटों पढ़ाई किया करते थे। गणित विषय में मुख्य रूची थी। वह होनहार एवं प्रतिभावान छात्र थे।

Dr Abdul Kalam  जी का जीवन सार एक दृष्टि में---


पूरा नाम - अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम (डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम)

जन्म (Date of Birth) --- 15-अक्टूबर -1931

जन्म स्थान (Birth Place) ---  धनुषकोडी, रामेश्वरम, तमिलनाडु, भारत

पिता का नाम (Father’s Name) --  जैनुलाब्दीन

माता का नाम (Mother’s Name) ---  असीम्मा

पत्नी (Wife) ---      नहीं है (अविवाहित)

व्यवसाय ----  इंजीनियर, वैज्ञानिक, लेखक, प्रोफेसर, राजनीतिज्ञ

राष्ट्रीयता --  भारतीय

निधन ----  27 जुलाई 2015, शिलांग, मेघालय, भारत

राष्ट्रपति का कार्यकाल ----  25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007 तक

अब्दुल कलाम प्रारंभिक शिक्षा (Dr APJ Abdul Kalam Education) --

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि वह एक साधारण परिवार से थे। अतः उनकी प्रारंभिक शिक्षा भी एक साधारण स्कूल से प्रारंभ हुई। Dr APJ Abdul Kalam जी की प्रारंभिक शिक्षा Schwartz Higher Secondary School से जो कि रामानाथपुरम, तमिलनाडु में पड़ता है। यहां से  इन्होंने मैट्रिक की शिक्षा प्राप्त की। अपने स्कूल के दिनों में वह अपने एक शिक्षक से बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ करते थे , जिनका सुभ नाम अयादुरै सोलोमन था। उनके शिक्षक का मानना था कि ख्वाहिश, उम्मीद और यकीन को हमेशा अपने जीवन में साथ रखना चाहिए। इन सभी मूल मंत्रों पर काबू करना बहुत जरूरी है। इन तीन मूल मंत्रों के बल पर आप अपनी मंजिल को बिना किसी परेशानी के हासिल कर सकते है। इन मूल मंत्रो को अब्दुल कलाम जी ने अपने आखिरी समय तक अपने जीवन में यथावत कायम रखा। तथा भारत के उत्तम गौरव पद को प्राप्त किया। कहा भी जाता है "जहां चाह वहां राह है"।




डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने अपनी प्रांरभिक शिक्षा पूरी करने के बाद तिरुचिरापल्ली के सेंट जोसेफ कॉलेज से सन- 1954 में भौतिक विज्ञान में बी0एस0सी (B.Sc) की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद कलाम जी सन-1955 में वह मद्रास चले गये। कलाम जी का एक सपना था जेट फाइटर प्लेन बनाने का। इसी सपने को साकार करने के लिए कलाम जी ने Institute of Technology in Aerospace Engineering में शिक्षा ग्रहण करने के लिए इंटर्न्स एग्जाम दिया। उस परीक्षा में उन्हें नौवां स्थान मिला जबकि आईएएफ (IAF) ने आठ परिणाम घोषित किये जिसके कारण वह सफल नहीं हो पायें।



हाई स्कूल तथा इंटर करने के बाद उन्होंने अपनी स्नातक डिग्री कंप्लीट की। अपनी स्नातक की पढ़ाई करने के बाद Dr APJ Abdul Kalam एक प्रोजेक्ट पर काम करने लगे थे ,और उस प्रोजेक्ट के इंचार्ज ने रॉकेट के मॉडल  को मात्र तीन दिन में पूरा करने का समय दिया था , और साथ ही साथ में यह भी कहा था कि अगर यह मॉडल नहीं बन पाया तो । उनकी स्कॉलरशिप रद्द हो जायेंगी। फिर क्या था? अब्दुल कलाम जी अपनी संपूर्ण क्षमता से मात्र 24 घंटे में उस प्रोजेक्ट को सफल कर दिखाया। रॉकेट का मॉडल तैयार कर दिया। उस प्रोजेक्ट इंचार्ज को यकीन नहीं हुआ कि यह मॉडल इतनी जल्दी पूरा  कैसे हो गया। उनके मॉडल को देखकर प्रोजेक्ट इंचार्ज भी अचंभित हो गए थे। इस प्रकार डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने जीवन कई चुनौतियों का डटकर सामना किया। तथा हर चुनौती तथा हर उस परीक्षा में सफल हुए जिसमें उन्होंने अपना सर्वस्व दिया।




अब्दुल कलाम करियर [Dr APJ Abdul Kalam Carrier] ---


कलाम जी अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद कलाम जी रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन में एक वैज्ञानिक के रूप में शामिल हुए। कलौंजी को वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के साथ भी काम करने का भी सानिध्य प्राप्त हुआ । सन-1969 में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी इसरो (ISRO) आ गये और वहां पर उनको परियोजना निर्देशक के रूप में काम किया। जब यह इसरो में परियोजना निदेशक थे तब उसी समय भारत का प्रथम उपग्रह रोहिणी पृथ्वी की कक्षा में वर्ष 1980 में स्थापित किया गया था। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी के लिए इसरो(ISRO) में शामिल होना बहुत ही सौभाग्य की बात थी , क्योंकि उनको ऐसा लगत  था कि जिस उद्देश्य के लिए वह जी रहे है उनका वह उद्देश्य पूरा होने लगा है। तथा इसी सपने को साकार करने के लिए वह निरंतर अपने पद पर तथा अपने कर्तव्यों पर अडिग रहे।






अब्दुल कलाम जी ने वर्ष 1963-64 में अमेरिकी संगठन नासा (NASA) में भी दौरा किया था। भारतीय प्रसिद्ध परमाणु वैज्ञानिक राजा रमन्ना ने पहला परमाणु परीक्षण किया जिसमें अब्दुल कलाम जी को परीक्षण करने के लिए बुलाया गया था। वर्ष 1970-1980 के दशक में डॉ अब्दुल कलाम जी अपने कार्याे की सफलता के कारण देश के प्रसिद्ध वैज्ञानिक बन गये थे ,और उनकी प्रसिद्धि बढ़ने के कारण उस समय की प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी जी ने अपने केबिनेट की मंजूरी के बिना ही कुछ गुप्त कार्यों के लिए उनको अनुमति दी थी।

डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जी ने देश के सबसे महत्वपूर्ण संगठनों में से एक डीआरडीओ और इसरो में कार्य किया है।उन्होंने वर्ष 1998 के द्वितीय पोखरण परमाणु परिक्षण में भी अहम भूमिका निभाई थी। वर्ष 2002 में कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति चुने गए और 5 वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षण, लेखन और सार्वजनिक सेवा में अपना अमूल्य समय व्यतीत किया।


डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जी द्वारा रचित प्रमुख पुस्तकों की सूची दे रहे हैं ,और आशा करते हैं कि ये पुस्तकें आप सभी के जीवन में प्रेरणादायक साबित होंगी।





डॉ ए. पी. जे. अब्दुल कलाम द्वारा रचित मुख्य पुस्तकों की सूची (List of Books written By Dr. Abdul Kalam)



1. इंडिया 2020 - ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम (India 2020 - A Vision for the New Millennium)
प्रकाशन वर्ष: 1998

2. इगनाइटेड माइंड्स - अनलीजिंग द पॉवर विदिन इंडिया (Ignited Minds - Unleasing the Power Within India)
प्रकाशन वर्ष: 2002

3. द ल्यूमिनस स्पार्क्स - ए बायोग्राफी इन वर्स एंड कलर्स (The Luminous Sparks - A Biography in Verse and Colours)
प्रकाशन वर्ष: 2004

4. विंग्स ऑफ फायर - एन ऑटोबायोग्राफी (Wings of Fire - An Autobiography)
प्रकाशन वर्ष: 1999
ऑस्कर पुरस्कारों में नामांकित एवं पुरस्कार विजेता भारतीयों की सूची में सामिल 

5. गाइडिंग सोल्स - डायलॉग्स ऑन द पर्पस ऑफ लाइफ (Guiding Souls - Dialogues on the Purpose of Life)
प्रकाशन वर्ष: 2005
सह-लेखक: अरूण तिवारी

6. मिशन ऑफ इंडिया - ए विजन ऑफ इंडियन यूथ (Mission of India - A Vision of Indian Youth)
प्रकाशन वर्ष: 2005

7. इन्स्पायरिंग थॉट्स - कोटेशन सीरिज (Inspiring Thoughts - Quotation Series)
प्रकाशन वर्ष: 2007

8. यू आर बोर्न टू ब्लॉसम - टेक माई जर्नी बियोंड (You Are Born to Blossam - Take My Journey Beyond)
प्रकाशन वर्ष: 2011
सह-लेखक: अरूण तिवारी

9. द साइंटिफिक इंडियन - ए ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी गाइड टू द वर्ल्ड अराउंड अस (The Scientific India - A Twenty First Century Guide to the World Around Us)
प्रकाशन वर्ष: 2011
सह-लेखक: वाई. एस. राजन

10. फेलियर टू सक्सेस - लीजेंडरी लाइव्स (Failure to Success - Legendry Lives)
प्रकाशन वर्ष: 2011
सह-लेखक: अरूण तिवारी








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