पर्यावरण का महत्व ,Paryavaran ka mahatva,Importance of Environment

पर्यावरण का महत्व (paryavaran ka mahatva)---


पर्यावरण का मनुष्य के जीवन में बहुत महत्व है। पर्यावरण के कारण ही पृथ्वी पर जीवन संभव है , यदि आज हम सब जीवित हैं , तो उसमे बहुत बड़ा योगदान पर्यावरण का है। पर्यावरण एक अच्छा जीवन उपयोगी साधन है तथा एक अच्छा और स्वच्छ पर्यावरण हमें बेहतर जीवन जीने में मदद करता है।

स्वसन क्रिया में जब हम सांस लेते हैं तो ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं, और जब हम सांस छोड़ते हैं तो उसके साथ कार्बन-डाई-ऑक्साइड छोड़ते हैं।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जो हम ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं वो हमें कहाँ से मिलती है, ये ऑक्सीजन हमें पेड़-पौधों से मिलती है , और पृथ्वी पर उपस्थित ये सभी पेड़-पौधे हमारे पर्यावरण का हिस्सा हैं।





पर्यावरण हमारी पृथ्वी का एक अभिन्न अंग है। अगर हम आज के मानव और प्राचीन काल के मानव स्वभाव को देखें तो प्राचीन काल में मानव अपने चारों ओर के वातावरण को काफी स्वच्छ और साफ सुथरा और उसका संरक्षण करता था। वह अपना ज्यादातर समय प्रकृति के साथ ही बिताता था तथा उसको स्वच्छ रखने में ही देता था।



लेकिन वर्तमान में मनुष्य इतना लिप्त हो चुका है आधुनिकता में कि उसे पर्यावरण प्रदूषक से होने वाली हानियों के विषय में बोध हि नही है। लेकिन अब वर्तमान विश्व में बढ़ते पर्यावरणीय प्रदूषण की जानकारी तथा इसके प्रभाव तथा समान जनता के प्रदूषण के प्रति उत्तरदायित्वों तथा कर्तव्यों आदि के बारे में पर्यावरण अध्ययन का अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। ताकि हमारी भावी पीढ़ी इसका महत्व समझें तथा इस पर अमल करें.

Importance of Environment(पर्यावरण का महत्व)--


  • पर्यावरण अध्ययन आधुनिक समय में समाज को पर्यावरणीय समस्याओं की जानकारी प्रदान करने तथा इसके बारे में विशिष्ट विश्लेषण तथा प्रदूषक समस्याओं के समाधान में योगदान प्रदान करता है।


  • आधुनिक शहरीकरण एवं नगरीकरण के संघर्ष से उत्पन्न समस्याओं के बारे में ज्ञान प्राप्त होता है।



  • आज वर्तमान समय में परिवर्तन के दौर में विभिन्न संसाधनों की बढ़ती संख्या के कारण प्रदूषण का स्तर तीव्र गति से बढ़ रहा है। पर्यावरणीय अध्ययन का परिवहन संसाधनों द्वारा उत्पन्न प्रदूषण की रोकथाम में विशेष महत्व है।


  • वर्तमान औद्योगिकरण से उत्पन्न पर्यावरणीय प्रदूषण कि रोकथाम एवं इससे उत्पन्न समस्याओं के समाधान में पर्यावरण अध्ययन का महत्वपूर्ण योगदान है।


  • अगर देखा जाए तो वर्तमान समय में विश्व की मुख्य समस्या जो है वह तीव्र जनसंख्या वृद्धि है। पर्यावरण अध्ययन हमें जनसंख्या वृद्धि से होने वाले दुष्प्रभावों का बोध कराता है। तथा इसके नियंत्रण के विभिन्न उपायों के बारे में जानकारी प्रदान करता है।



  • पर्यावरण के अध्ययन से हमें जीव-जन्तू, वन, वृक्ष, नदी, पहाड़ एवं संपूर्ण प्रकृति का हमारे जीवन में क्या महत्व है, इसकी उपयोगिता का बोध होता हैं।

  • पर्यावरण अध्ययन से हमें पर्यावरण के प्रति एक सकारात्मक चेतना जागृत होती है। तथा सकारात्मक अभिवृत्तियाँ जाग्रत होने पर पर्यावरण संरक्षण के प्रति भावनाओं का विकास होता है


  • आज पर्यावरणीय अध्ययन का महत्व उन क्षेत्रों में अधिक  देखने को मिलता है जहाँ शिक्षा एवं ज्ञान का उच्च स्तर पाया जाता है। तथा जहां अशिक्षा वाले क्षेत्र हैं वहां पर्यावरणीय सुरक्षा तथा इसके संरक्षण के प्रति जनसाधारण में उदासीनता पायी जाती है।


  • पर्यावरण अध्ययन के द्वारा जनसामान्य को विभिन्न प्रदूषणों की उत्पत्ति व उनसें होने वाली हानियों तथा प्रदूषण को रोकने के बारे में उचित जानकारी प्राप्त होती है।



  • हमारी भारतीय संस्कृति जिसके अहिंसा, जीवों के प्रति दयाभाव, प्रकृति पूजन, गौ पूजा,वृक्ष पूजा आदि मुख्य तत्व है। पर्यावरण अध्ययन, संस्कृति के इन्हीं मूल तत्वों के संरक्षण में सहायक है।



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